The best Side of Shiv chaisa
The best Side of Shiv chaisa
Blog Article
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर shiv chalisa in hindi मोहि आन उबारो॥
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जय सन्तोषी more info मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन Shiv chaisa उबारो॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥